Description
प्रस्तुत पुस्तक-शृंखला ‘Sanskrit Mitram’ का प्रणयन संस्कृत के प्रारंभिक ज्ञान को आगे बढ़ाते हुए संप्रेष्णात्मक पाठ्यक्रम को दृष्टिगत रखते हुए किया गया है। प्रस्तुत पाठ्यपुस्तक की रचना राष्ट्रीय पाठ्यचर्या (NCF 2023), विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्डों के निर्देशों तथा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के आलोक में की गई है। इसकी संपूर्ण पाठ्यवस्तु विद्यार्थियों के परिवेश और पर्यावरण से ली गई है, इसलिए पाठ्यवस्तु कहीं भी भारस्वरूप नहीं लगती।
प्रत्येक पाठ संस्कृत व्याकरण के किसी एक मुख्य बिंदु पर आधारित है। व्याकरण के इस मुख्य बिंदु के विभिन्न आयामों को हमने सरल वाक्य-प्रयोगों के द्वारा स्वाभाविक रूप में स्पष्ट किया है। उसी व्याकरणिक बिंदु के सभी मुख्य नियमों एवं उपनियमों को हमने पाठों के पश्चात् ‘व्याकरणम्’ शीर्षक के अंतर्गत सरल भाषा में स्पष्ट कर दिया है। पाठ्यवस्तु को बोधगम्य बनाने के लिए ‘पाठसार:’ के अंतर्गत पाठों का सारांश देने के साथ ही शब्दार्थों तथा प्रश्नों को संस्कृत, हिंदी एवं अंग्ऱेजी तीनों भाषाओं में प्रस्तुत किया गया है। संस्कृत-रचना को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक पाठ में ‘सृजनात्मकता’ शीर्षक से रोचक गतिविधियाँ दी गई हैं। प्रत्येक पुस्तक के लिए उपलब्ध शिक्षण सहायक पुस्तिका के रूप में पाठों की सरल रूपरेखा और उनकी पाठन—विधियों का स्पष्ट वर्णन किया गया है।
शृंखला संपादक: डॉ० अवनीश कुमार ‘अकेला’ लेखिका: डॉ० नूतन स्मृति
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