Description
<p>प्रत्येक पाठ संस्कृत व्याकरण के किसी एक मुख्य बिंदु पर आधारित उसी व्याकरणिक बिंदु के सभी मुख्य नियमों एवं उपनियमों को हमने पाठों के पश्चात् ‘व्याकरणम्’ शीर्षक के अंतर्गत सरल भाषा में स्पष्ट कर दिया है।पाठ्यवस्तु को बोधगम्य बनाने के लिए ‘पाठसार:’ के अंतर्गत पाठों का सारांश देने के साथ ही शब्दार्थों तथा प्रश्नों को संस्कृत, हिंदी एवं अंग्ऱेजी तीनों भाषाओं में प्रस्तुत किया है।संस्कृत-रचना को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक पाठ में ‘सृजनात्मकता’शीर्षक से रोचक गतिविधियाँ दी गई हैं। प्रत्येक पुस्तक के लिए उपलब्ध शिक्षण सहायक पुस्तिका के रूप में पाठों की सरल रूपरेखा और उनकी पाठन—विधियों का स्पष्ट वर्णन किया गया है।</p>
<p><strong>ADDITIONAL INFORMATION</strong></p>
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<p><strong>ISBN</strong></p>
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<p>978-93-85470-17-2</p>
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<p><strong>AUTHOR</strong></p>
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<p>Nootan Smriti</p>
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<p><strong>EDITION</strong></p>
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<p>Latest Edition</p>
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<p><strong>PAPER BACK /HARD BOUND</strong></p>
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<p>Paper Back</p>
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